आज सुबह-सुबह स्कूल जाने के लिए मम्मा हमें तैयार कर रहीं
थीं तभी हमारे पिताजी ने कहा कि आज आपको स्कूल में अपनी मैडम जी से कुछ कहना
पड़ेगा। हमारी तो समझ में ही नहीं आया कि हमें क्या कहना पड़ेगा। आज तो कविता सुनाने
का,
गीत सुनाने का दिन भी नहीं है फिर क्या कहना,
क्या सुनाना पड़ेगा?
अभी हम अपना छोटा सा दिमाग और दौड़ाते उससे पहले ही हमारे
पिताजी ने हमें बताया कि आज शिक्षक दिवस है और अपनी सभी मैडम को ‘हैप्पी टीचर्स डे’ कहना। इसके बाद हमारी मम्मा ने भी हमें बताया कि आज का दिन
हम क्यों इस रूप में मनाते हैं। हमने खुश होकर याद कर लिया कि हमें अपनी टीचर जी
से क्या कहना है। यह हमारा पहला अवसर था जब हम अपने स्कूल में जाकर अपनी मैडम जी
से ऐसा कुछ कहते।
हम अपने स्कूल गये। हमने सबसे पहले अपनी क्लास टीचर जी को
हैप्पी टीचर्स डे बोला तो उन्होंने प्यार से हमारे सिर पर हाथ फेरा और उसके बाद
हमें थैंक्यू भी बोला। हमें बहुत अच्छा लगा। इसके बाद हमारी मैडम ने हमें गुलाब का
फूल दिया और कहा कि अपनी दूसरी मैडम को भी देकर ऐसा बोल आओ। हमने अपनी दूसरी मैडम
को भी फूल देकर ऐसा बोला। उन्होंने भी हमें बहुत प्यार दिया।
हमें हमारे स्कूल की सभी मैडम बहुत प्यार करती हैं। हमने भी
और दूसरी टीचर्स को हैप्पी टीचर्स डे बोला और फिर अपनी क्लास में आ गये। आज टीचर्स
डे होने के कारण क्लास में पढ़ाई के साथ-साथ हम सभी बच्चों को खेल भी खिलाये गये।
बहुत-बहुत मजा आया आज तो स्कूल में।
6 टिप्पणियां:
प्यारी अक्षयांशी,
आपको भी बहुत बहुत ‘हैप्पी टीचर्स डे’ !
बहुत बहुत स्नेहाशिश !
बहुत अच्छे...शिक्षक दिवस की शुभकामनाएँ!!!!
मुझ से मत जलो - ब्लॉग बुलेटिन ब्लॉग जगत मे क्या चल रहा है उस को ब्लॉग जगत की पोस्टों के माध्यम से ही आप तक हम पहुँचते है ... आज आपकी यह पोस्ट भी इस प्रयास मे हमारा साथ दे रही है ... आपको सादर आभार !
आपने बहुत अच्छा किया .... टीचर्स को विश किया , शुभकामनायें
बहुत ही बढिया ... शुभकामनाएं
बढिया किया.
घुघूतीबासूती
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