रविवार को चाची हमारी छोटी सी बहिन को लेकर घर आ गईं। तबसे हमें बहुत इच्छा हो रही थी कि उसे एक बार हम अपनी गोद में लेकर खिलायें। पर क्या करें कोई हमें गोद में उसको देता ही नहीं।
हमारी छोटी बहिन भी बस सारा दिन सोती ही रहती है। दादी कहती हैं कि हम इतना नहीं सोते थे। कल हम रोज की तरह चाची के पास खड़े थे, हमारी बहिन सो रही थी। हमने उसको लेने के लिए फिर मम्मी से कहा, मम्मी तो नहीं मानी पर दादी ने हमें पलंग पर बिठाया और हमारी गोद में हमारी छोटी बहिन को लिटा दिया।
देखो, हम कितनी तो अच्छी तरह से उसको अपनी गोद में ले लेते हैं। ये बात और है कि दादी ने डर के कारण एक हाथ उसके सर के पीछे लग रखा था।
हमारी गोद में वह रोती भी नहीं है।
3 टिप्पणियां:
chalo achchha hai tumhai ek saheli aa gai, khoob pyaar dena.
दोनों को प्यार
तुम तो बड़े प्यार से खिला रही हो अपनी बहिन को। उसे खूब प्यार देना ठीक।
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