स्नेह और आशीर्वाद के साथ

25 जुलाई 2009

जब हम गए अपने ननिहाल

आज हम आपको अपनी पहली यात्रा के बारे में बताते हैं। वैसे हमारी पहली कार यात्रा तो हमारे जन्म लेने वाले दिन ही हो गई थी। उसी रात को हमारे मिन्टू चाचा के दोस्त मनीष चाचा हमें अपनी कार से अस्पताल से घर लाये थे। ये तो बहु ही छोटी सी यात्रा थी और हमें तो कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि हम आ कहाँ गये हैं? (कार से इलाहाबाद जाते हुए)

इसके बाद हम पहली-पहली बार कार से अपने ननिहाल गये थे। आपको पता है कि हमारी ननिहाल इलाहाबाद में है। हम तीन माह के हो गये थे और हमको हमारे नाना-नानी ने नहीं देखा था। हमारे मामा, मामी और मौसी तो हमें देखने उरई आ गये थे पर नाना-नानी अभी तक नहीं आये थे। नाना-नानी हमको देखना चाहते थे और हमारा भी मन था उन लोगों से मिलने का।

(नानी के साथ)


एक दिन कार्यक्रम बनाकर हमारे नाना-नानी हमें लेने उरई आ गये। हम बहुत छोटे थे, उस समय और गरमी भी पड़ रही थी, इसी कारण वे लोग कार लेकर हमें लेने आये थे।

(ये हैं हमारे नाना)


हम अपनी मम्मी के साथ गये थे। रास्ते में हमें मजा भी आ रहा था और हम बीच-बीच में सो भी जाते थे।
इलाहाबाद में हम पूरे एक महीने तक रहे। खूब घूमे भी। हमारी मामी का घर भी वहीं है, उनके घर भी गये थे। एक दिन बाजार घूमने भी गये। एक दिन संगम भी गये थे।

(संगम तट पर मौसी और मामी के साथ)

चूँकि हम पहली बार अपने ननिहाल आये थे इस कारण हमारी आवभगत भी बहुत हो रही थी।
एक बहुत मजेदार बात हुई वहाँ पर। मामा के घर पर एक डागी है, सफेद प्यारा सा। हम उसे देखकर डरते और वह हमको देखकर डरता था। जैसे हमें लगता था कि पता नहीं यह कौन सा जीव है, उसी तरह उसको भी लगता होगा हमें देख कर कि ये कौन सा जीव है।

(यही हैं महाशय सेंटी)


मामा हमको लेते में बहुत डरते थे। वे कभी किसी भी छोटे बच्चे को गोद में नहीं लेते हैं। हमको भी बहुत ही डरते-डरते गोद में लिया था। दो-चार दिन के डर के बाद वे हमें फिर लेने लगे थे। हमारे नाना और नानी हमें बहुत अच्छे से लेते और खिलाते थे।

(अपने मामा की गोद में)

इस बार भी अभी जून में हम फिर से इलाहाबाद गये थे। इस बार तो बहुत ही मजा आया क्योंकि अब हम सबको जानने भी लगे थे। इस बार की कहानी बाद में।

3 टिप्‍पणियां:

रंजन (Ranjan) ने कहा…

बहुत प्यारी लग रही हो बेटा..

वैसे सेंटी से दोस्ती कर लेना..

प्यार..

संगीता पुरी ने कहा…

वाह !! खूब मजा आता है सैर सपाटे में !!

Udan Tashtari ने कहा…

सैंटी ठंडे पानी का तौलिया लपेटे है.. :)

खूब घूमो!!